Credit Card Loan Recovery Update: PAN-Aadhaar Card Link: Link Aadhaar with PAN before July 1, otherwise you will have to pay double fine
Credit Card Loan Recovery Update: PAN-Aadhaar Card Link: Link Aadhaar with PAN before July 1, otherwise you will have to pay a double fine
1 जुलाई 2 हज़ार 22 से ही हमारे देश में क्या क्या नए नियम लागू होने जा रहे हैं। हर महीने की पहली तारीख से सरकारों की तरफ से कुछ बड़े बदलाव लागू किए जाते हैं। इस बार भी कई सारे रोज नए नवेले सेट्स पर नजर डालेंगे। बैंक खाता वालों के लिए जरूरी अपडेट है। प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए टीडीएस वगैरह के नियम भी बदलने जा रहे पैन कार्ड को लेकर भी बड़ा बेचैन।
देश के राष्ट्रपति से संबंधित एक बड़ी खबर आ रही है। बोर्ड एग्जाम के स्टूडेंट्स के लिए भी बड़ा अपडेट है तो इसी तरह से और भी कई सारे नए नियमों पर नजर डालेंगे। आम आदमी के लिए जानना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस छोटे से बड़े को ध्यान से पूरा देखते रहिएगा देखिए। सबसे पहला नया नियम निकल कर आया कि स्विगी और जोमैटो 1 जुलाई से डिलीवर करेंगी। सिर्फ क्वालिटी वाला खाना एफएसएसएआई यानि की फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ग्राहकों के हित में ये नया नियम लागू कर रही है।
जो लाइन फूड एग्रीगेटर प्लेट में जैसे स्विगी जोमेटो वगैरा इनसे जब आपन खाना मांगा था न तो खाने की क्वालिटी क्या है उस खाने में क्या क्या इनग्रेडिएंट्स है?
क्या क्या न्यूट्रिशंस है उसका ने में कितनी कैलरी क्या प्रोटीन है? कितना कोलेस्ट्रॉल बढ़ेगा उस खाने को खाने के बाद ये सारी इन्फॉर्मेशन भी अब आपको खाना ऑर्डर करने से पहले ही जोमैटो और स्विगी के प्लेटफॉर्म पर ही देखने को मिल जाएगी। 1 जुलाई से ही इन फूड एग्रीगेटर कंपनियों को ऐसा ही इस नई गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य बना दिया। ग्राहकों के हित में ध्यान में रखते वे स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से यह नया नियम लागू किया जा रहा की बड़ी खबर उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में अब शिक्षकों की लगेगी। बायोमेट्रिक हाजिरी 1 जुलाई से नई व्यवस्था लागू होगी। यूपी के माध्यमिक स्कूलों में भी अब मतलब बायोमेट्रिक यानी फिंगरप्रिंट के जरिए आज ही लगवाना अनिवार्य किया जाएगा। जुलाई के नए एजुकेशन सेशन दो हज़ार 13 से यह नियम लागू हो जाएगा।
आज बैंक का दावा नौकरी को जरूरी अबेर अपडेट किया तो भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई ने बैंकों को निर्देश जारी कर दिया और कहा कि ग्राहकों की बकाया वसूली के लिए बैंक ग्राहकों को धमका नहीं सकते हैं। 1 जुलाई से ग्राहकों के हित में ग्राहक के अधिकार में कुछ नए नियम लागू किए जाने, बैंकों के लिए आरबीआई की तरफ से अच्छे रोजाना दोस्तों जब कोई लोग बैंक से लोन लेते हैं और समय पर अगर बीएमआई होकर नहीं बढते हैं तो बैंक का जो खासकर की ज्यादातर प्राइवेट बैंकों में होता है। बैंक जो देना अपने एजेंटों को भेजते हैं, उनमें से निकले और वो एजेंट अपने ग्राहकों के साथ बदसलूकी करते हैं। गलत व्यवहार करते हैं तो कर्ज वसूली के लिए ग्राहक को परेशान नहीं कर सकेंगे। बैंक के एजेंट आरबीआई के गवर्नर बोले कि ग्राहकों के साथ खराब भाषा और ग्राहकों को किसी भी तरह की धमकी देना भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास की तरफ से ये सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सभी बैंकों को फिर चाहे वो प्राइवेट बैंकों या सरकारी बैंकों इसके अलावा लेकिन आरबीआई ने एक बड़ी राहत मिली है। अब क्रेडिट कार्ड बिल की तारीख आप अपनी सुविधानुसार खुद बदल पाएंगे और ये नया नियम भी 1 जुलाई 2 हज़ार 22 से लागू हो जाएगा। रिजर्व बैंक ने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए क्रेडिट कार्ड धारकों को अपनी सुविधानुसार क्रेडिट कार्ड के बिलिंग साइकिल का चुनाव करने की फैसिलिटी दी है। मतलब अभी ज्यादातर जो क्रेडिट कार्ड कंपनियां दिया तो महीने की एक तारीख को पहली तारीख को या तो महीने की अंतिम तारीख ज्योति से 31 तारीख को दी। तब क्रेडिट कार्ड का बिल जमा करवाते हैं। अपने अपने कस्टमर से राइट लेकिन अब आप अपने हिसाब से फैसिलिटी तय कर पाएंगे क्योंकि कई सारे लोग होते हैं। उसमें जिनके मंथली सैलरी का जो पेमेंट आता है वो अलग अलग साइकिल के अकॉर्डिंग देने की तैयारी जैसे फैक्ट्री इंडस्ट्री में काम करने वाले ग्राहकों का महीने की जो सैलरी थी वो आठ तारीख को थी।
ऐसे अलग अलग सेक्टर में कई लोगों को जो ऑनलाइन वर्किंग करते हैं, उनकी महीने की सैलरी 21 तारीख है तो इसे कुल मिलाकर के लोगों की सैलरी अलग लगती है। लेकिन क्रेडिट कार्ड वाली जो कंपनियां है वो बिल पे अपने हिसाब से करते हैं तो आरबीआई ने ग्राहकों को भी फैसिलिटी दे दी कि आप अपने हिसाब से क्रेडिट कार्ड के बिल पे करने की तारीख जो इस करवानी है ना इसके अलावा क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को कुछ और नए नियम भी लागू होने जा रहे एक जिले गुजरात से उनके लिए मतलब 10 जरूरी बातें आपको जाननी चाहिए। ग्राहकों के हित में आरबीआई ने आज मैं आपको बताऊंगा एक मीटिंग में बड़े फैसले लिए थे। 1 जुलाई से क्रेडिट कार्ड की जो नए नियम लागू होंगे। कंपनी अगर आपको क्रेडिट कार्ड समेत किसी भी सर्विस के लिए लटकाती है तो आपको रोजाना ₹500 ग्राहकों को बैंकों की तरफ से हर रोज ₹500 जुर्माना देना पड़ेगा।
अगले ग्राहक को दिए गए बैंकों की ओर से वो क्यों पिया समझे आरबीआई भी है नहीं बयान की बातें। रिजर्व बैंक की तरफ से क्रेडिट कार्ड को लेकर जो नियम लागू किया है वो ये क्या माली से आपने किसी बैंक का क्रेडिट कार्ड लिया। आप क्रेडिट कार्ड को बंद करवाना चाहते हैं। आपने बैंक को फोन कर दिया चाहे डिजिटल तरीके से चाहे आप बैंक जाकर के फिजिकल अप्लिकेशन नंबर क्या है। आपने लिख दिया कि मेरे कोई इस महीने की 15 तारीख से पहले लकड़ी कार्ड को बंद कर देना नहीं चाहिए। मेरी कोई सर्विस काम में नहीं लेनी है, लेकिन इसके बाद भी के सारे में क्या करें। ग्राहक के रिक्वेस्ट के बावजूद क्रेडिट कार्ड साहब इसको बंद नहीं करते हैं तो अगर आपकी रिक्वेस्ट देने के सात दिन के बाद यानी की सात दिन के अंदर अंदर के नियाज़ किसी भी बैंक या किसी भी बैंकिंग संस्था का आपका कार्ड बंद करना होगा।
अगर मैं ऐसा नहीं करेगा तो जब तक नहीं करेगा तब तक हर दिन आपको ₹500 का जुर्माना बैंक की ओर से दिया जाएगा और साथ ही कार्ड बंद करने की जानकारी डाक या कूरियर से भेजने के लिए मजबूर भी नहीं कर सकते क्योंकि तब आवेदन पहुँचने में काफी समय लगता है। बैंक आपको ये नहीं कह सकता मतलब कि आप आए कार्ड बंद करवाना चाहते तो आप कूरियर से हमें रिक्वेस्ट बजे कूरियर से एप्लीकेशन भेजो। डाक के जरिए भेजे ऐसा इसके अलावा कार्ड होल्डर को कार्ड बंद करने की जानकारी तुरंत ही मेरे समझ के जरिए देनी होगी। क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली संस्था को अपनी वेबसाइट पर हेल्पलाइन नंबर ईमेल आईडी आईवीआर वेबसाइट पर ठीक से लिखना होगा। इसके अलावा एक साल तक अगर आप कार्ड को यूज नहीं करोगे तो भी ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा। अगर किसी क्रेडिट कार्ड के जारी होने के एक साल से ज्यादा समय तक आप उसका इस्तेमाल नहीं करते हो तो बैंक या संस्था कार्ड होल्डर को जानकारी देकर इसे बंद कर सकते हैं। जब आपको फोन किया जाएगा उसके 30 दिन तक भी अगर कार्ड होल्डर कितना।
जेएनयू की घटना की ओर से आप की ओर से अगर बेन को कोई रेस्पॉन्स नहीं मिलता है तो फिर बैन के पास अधिकार होगा कि आप के क्रेडिट कार्ड को वह खुद ही बंद कर पाएगा। लेकिन अगर क्रेडिट कार्ड बंद होने के बाद भी क्रेडिट कार्ड होल्डर के कार्ड में कोई बैलेंस है तो उसे बैंक अकाउंट को ट्रांसफर करना होगा। ये नियम क्रेडिट कार्ड वालों के लिए मेजबान की तरफ से अगले महीने की पहली तारीख 1 जुलाई 2 हज़ार 22 से ही लागू हो जाएंगे। इसके अलावा टीडीएस को लेकर भी एक नया नियम लागू होने जा रहा। अगर आप प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हैं तो ध्यान से समझेगा कि आप कंपनी से मिलने वाले इंसेटिव पर भी देना होगा। टैक्स। 1 जुलाई से नए नियम लागू हो जाएंगे। बात को जिया के टीडीएस को लेकर जो नियम लागू होने जा रहे हैं, वे क्या पहली जुलाई से टीडीएस के नए नियम लागू होंगे। इसके अलावा अब आप क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन को भी नहीं छिपा पाएंगे और सीबीडीटी की ओर से टीडीएस का दायरा भी बढ़ाया जा रहा।
इसको लेकर नए दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। मैं आपको सिम्पल भाषा में समझाता हूं। क्या के लिए नया नियम क्या है लेकिन मान लीजिए आप किसी कंपनी में सेल्स मैनेजर यानि की सेल्स में मार्केटिंग में काम करते हैं। चिकन। आपने कंपनी की अच्छी सैलरी दी है। इस साल कंपनी ने आपको टारगेट दिया था उससे भी ज्यादा अच्छी सेल्स आपने कंपनी को दी है। जाहिर सी बात है। अक्सर ऐसे केस में कंपनी आपको क्या करेगी? शानदार गिफ्ट देगी। आपको खरीदने की नहीं नहीं फैसिलिटी देगी। कई सारी कंपनी आपको फॉरेन ट्रिप भी देगी। अगर कंपनी बड़ी है तो आपको फॉरेन घूमने का वीज़ा देगी। पासपोर्ट देगी। इसके अलावा आपका टिकट भी बुक कराएगी। आपको कई और लग्जरी फैसिलिटीज दी जाएंगी। कंपनी की तरफ से ऐसे कई डीलरों को कई बार सेल्स मैनेजर को अच्छी सेल्स टारगेट पूरा करने के बदले कार भी गिफ्ट की जाती है। गोल्ड चेन भी आपको कंपनी की तरफ से दी जा सकती है।
मतलब कंपनी की तरफ से इंसेटिव दिया जाता है न उस पर भी आपको टीडीएस देना पड़ेगा। अब यह समझिए नियम क्या होगा?
1 जुलाई 2 हज़ार 22 से जो ये नियम लागू होने जा रहे। इसके मुताबिक अगर कंपनी की तरफ से आपको ₹20,000 तक का गिफ्ट मिलता है, तब तो आप इस नियम के दायरे में नहीं आएंगे, लेकिन जैसे ही आपके गिफ्ट की वैल्यू 20 हज़ार रुपए से ज्यादा होगी। इनकम टैक्स लॉ में टीडीएस के प्रोविजंस को बढ़ाते हुए सेक्शन फोर आर को इसमें जोड़ा गया है और इसके मुताबिक जो कंपनी आप अपने डीलर को अपने अपने शो एनसीडी देगी। उसमें से टेन परसेंट टीडीएस काट के देगी क्योंकि इसके बाद वाली इनकम को टैक्स डिपार्टमेंट के टीडीएस रिटर्न में भी मेंशन करना पड़ेगा और काटे गए अमाउंट को भी जमा करना पड़ेगा तो टीडीएस रिटर्न फाइल होने से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसका पता चल जाएगा कि आगे डीलर को कितना इंसेटिव दिया गया क्योंकि अक्सर इतने दिन क्या होता है कि कंपनियां जो अपने एम्प्लॉयीज को या जो अपने डीलर वगैरह को जो डिस्ट्रिब्यूटर होते हैं, उनको जो गिफ्ट जमा करा देती है उनको खर्च बता के इसका टैक्स में बेनिफिट भी ले लेती।
कंपनी और इधर डीलर भी इन गिफ्ट को न तो अपनी इनकम में दिखाता है और ना ही इसका जिक्र अपने इनकम टैक्स रिटर्न में करता है। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा क्योंकि टैक्स डिडक्शन एट सोर्स यानी की टीडीएस के नए नियमों के तहत अब गिफ्ट पाने वाले को भी इसे अपनी इनकम में दिखाना होगा और कंपनी जब अपने डीलर्स को एमडी के बेटे को गिफ्ट देगी तो भी उससे पहले तीन पर्सेंट टीडीएस काट के दिया जाएगा। इसके अलावा क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज में दोनों ही काटेंगी टीडीएस कई बार लोग रुपये से क्रिप्टो करेंसी खरीदने की जगह दूसरे के प्रो करेंसी ले लेते हैं। ऐसी स्थिति में दोनों ही क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं, इसलिए दोनों ही टीडीएस काटेंगे। ये नियम भी 1 जुलाई 2 हज़ार 22 से ही लागू हो जाएगा और इस नए नियम के दायरे में डॉक्टर इंजीनियर वगैरह सब कुछ आएंगे क्योंकि अक्सर जो दवा बनाने वाली कंपनियां मेडिकल मेडिसिन सोती हैं, वो भी डॉक्टरों को इस तरह के गिफ्ट देते हैं। उनकी मेडिसिन्स को ज्यादा सप्लाई करने के चलते अचानक ला भरने के तो पेमेंट का तरीका भी बदल जाएगा।
1 जुलाई से नया नियम लागू होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी कि आरबीआई की ओर से टोकन जैसे सिस्टम लागू किया जाना है। इसके बारे में हमने आपको पहले भी जानकारी बताई थी कि अब अगर आपको कहीं भी पेमेंट करना है तो आपको अपने डेबिट कार्ड के 16 अंकों का जो नंबर होता है उसको कहीं पर भी ऑनलाइन भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी और कहीं पर भी उस नंबर को देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उसी नंबर के जरिये मतलब आप उन्हें अपने डेबिट कार्ड के जरिए टोकन जेनरेट कर पाएंगे और टोकन से आपका पेमेंट हो जाएगा। 1 जुलाई से आरबीआई ने देश की सभी कंपनियों को सभी पेमेंट एग्रीगेटर्स को ये निर्देश जारी कर दिया है कि 1 जुलाई के बाद आपके कोई भी कार्ड की डिटेल ये कंपनियां स्टोर करके नहीं रख पाएंगी तो कुल मिलाकर की टोकन राज्य वन जाना एक जिले से ही है और उसी से पेमेंट होगा। आज हमारे लिए बड़ी खबर जयपुर। दिल्ली की लग्जरी बस अब ₹200 महंगी होगी। राजस्थान रोडवेज की वोल्वो बसों का किराया भी बढ़ चुका है।
আজকের আইটির নীতিমালা মেনে কমেন্ট করুন। প্রতিটি কমেন্ট রিভিউ করা হয়।
comment url