How Much Salaries of Indian Politicians 2022 in Hindi भारतीय राजनेताओं का कितना वेतन 2022 में हिंदी में

 How Much Salaries of Indian Politicians 2022 in Hindi भारतीय राजनेताओं का कितना वेतन 2022 में हिंदी में





 दूसरा भारत दुनिया के सबसे मजबूत और विकासशील देशों में से एक है, लेकिन वक्त था जब गरीबी से लेकर भुखमरी थी। देश में कभी आर्थिक तंगी कभी दंगे तो कभी महामारी फैली, लेकिन इन सबके बावजूद भी भारत आगे बढ़ता रहा और आज सबसे बड़े लोकतंत्र और विकासशील देश के रूप में उभरा है। देश की तरक्की का सेहरा जितना देश को कामयाब बनाने वाली जनता के सर बनता है, उतनी इस देश को चलाने वाली सरकार के और बाकी सरकारी नौकरियों की तरह इनकी सैलरी होती है, 


लेकिन ये सैलरी होती कितनी है और सैलरी के साथ उन्हें और क्या क्या सुविधाएं मिलती हैं? चलिए जानते हैं।



 विधायक देश के सभी राज्यों में विधायक को अलग अलग सैलरी मिलती है। इस समय भारत में सबसे ज्यादा सैलरी तेलंगाना के विधायकों को मिलती है। तेलंगाना देश का वो टॉप राज्य है जहां पर विधायकों की सैलरी और अलाउंस को मिलाकर हर महीने ₹2,50,000 की सैलरी मिलती है। हालांकि उनकी सैलरी 10 ₹20,000 है, मगर भत्ते के तौर पर उन्हें ₹2,30,000 मिलते हैं। वहीं सबसे कम सैलरी त्रिपुरा के विधायकों को मिलती है। इन्हें हर महीने ₹34,000 सैलरी मिलती है। उत्तर प्रदेश के विधायकों को ₹1,87,000 सैलरी मोदी है। हम कह सकते हैं कि कई राज्यों में इन विधायकों की सैलरी देश के प्रधानमंत्री से भी ज्यादा है। मुख्यमंत्री किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का वेतन उस राज्य की विधान सभा तय करती है। केंद्र सरकारें संसद का इससे कोई लेना देना नहीं होता है।



 मुख्यमंत्री का वेतन हर 10 सालों में बढ़ता है। जिस तरह भारत के विधायकों का वेतन में महंगाई भत्ता एवं अन्य भत्ता शामिल होता है, उसी तरह मुख्यमंत्री के वेतन में भी सारे भत्ते शामिल होते हैं। देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सैलरी ₹3,65,000 है, जबकि दिल्ली जैसे छोटे राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सैलरी 3,90,000 है। देश में सबसे कम सैलरी त्रिपुरा के मुख्यमंत्री की है तो उनकी सैलरी ₹1,50,000 है। वही दो हज़ार 14 में बने तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री की सैलरी ₹4,10,000 है। त्रिपुरा और गोवा दोनों छोटे राज्य दोनों से दो दो सांसद चुने जाते हैं, लेकिन त्रिपुरा के मुकाबले गोवा के मुख्यमंत्री की सैलरी दोगुना से अधिक ₹2,20,000। राज्यपाल भारत के राज्यपाल को हर महीने सैलरी के रूप में साढ़े ₹3 लाख दिए जाते हैं। राज्यपाल को ₹1,10,000 महीना सैलरी के रूप में मिलता है और सभी तरह के भत्ते मिलाने के बाद उन्हें साढ़े ₹3 लाख दिए जाते हैं। प्रधानमंत्री भारत के प्रधानमंत्री को प्रतिमाह लगभग ₹1,07,000 तक की बेसिक सैलरी मिलती है। इसमें ₹50,000, बेसिक सैलरी। इसके अलावा व्यय भत्ता यानि एक्सपेंडीचर और डेडलाइन्स माने खर्चे के लिए ₹3,000 और सांसद भत्ता ₹45,000 मिलता। साथ ही 2000 के जॉब से रोज़ाना भत्ता भी मिलता है जो कि महीने का ₹62,000 होता है। यह सभी मिलाकर 1,60,000 हो जाता है।



 प्रधानमंत्री को ये सैलरी साल दो हज़ार 12 से मिल रही है। रिटायरमेंट प्रधानमंत्री जब रिटायर हो जाता है या अपना पद छोड़ देता है तो उसे रहने के लिए आवास दिया जाता है। साथ ही पाँच साल के लिए मुफ्त ट्रेन यात्रा एसपीजी कवर, साथ में कार्यालय, खर्चा और निजी सचिव भी दिए जाते हैं। इसके अलावा और भी कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। जैसे अच्छे घरेलू स्तर के हवाई टिकट वो भी एक सेकंड क्लास और पूरी तरह फ्री रेलयात्रा एसी के साथ आजीवन मुफ्त आवास में उतर जाना, जिंदगी भर के लिए मुफ्त बिजली और पानी होता है। वो भी जिंदगी भर फ्री इलाज के साथ और साथ ही मिलती है। एक साल के लिए एसपीजी सुरक्षा, उपराष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सैलरी संसद अधिकारी की सैलरी और भत्ते अधिनियम 1953 के तहत निर्धारित किया जाता है और ये आपको एक बड़ी दिलचस्प बात बताते हैं। उपराष्ट्रपति को कोई सैलरी नहीं मिलती है। 


निर्यात सही तरह अपने पर कहने का मतलब ये है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए सैलरी का कोई प्रावधान नहीं है। उपराष्ट्रपति ही राज्य सभा का सभापति भी होता है, इसलिए सभापति के तौर पर उन्हें सैलरी और सुविधाएं दी जाती है। उपराष्ट्रपति की सैलरी की बात करें तो ने प्रतिमाह ₹4 लाख सैलरी मिलती है। इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं। जैसे रहने के लिए अच्छा बंगला बनता है। मुफ्त इलाज की सुविधा रेल और हवाई सफर की भी पूरी सुविधा। लैण्डलाइन कनेक्शन मोबाइल फोन की भी सुविधा और मोदी अब पूरी सुरक्षा और पूरा स्टाफ। वहीं अगर हम इनके रिटायरमेंट की बात करें तो रिटायरमेंट के बाद उपराष्ट्रपति को पेंशन के रूप में डेढ़ लाख रुपए महीना मिलता है और इसके अलावा इन्हें भी राष्ट्र मोदी की तरह कई सुविधाएं मिलती है।


 राष्ट्रपति भारत के राष्ट्र्पति देश का मुखिया होने के साथ साथ भारत का प्रथम नागरिक भी होता है। इसलिए सबसे पहले उसी की बात करते हैं। राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों, ये तीनों फोर्स, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के कमांडर इन चीफ भी होगें। भारत में राष्टपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है। इसमें संसद के दोनों सदन व प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। भारत के राष्ट्रपति यहां के राष्ट्रपति भवन में रहता है जो दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रपति भवन है। अब अगर बात करें राष्ट्रपति की सैलरी की तो इस समय भारत के राष्ट्रपति का प्रतिमाह ₹5 लाख सैलरी के रूप में मिलती है। जिस पर उन्होने किसी तरह का कोई टैक्स नहीं चुकाना होता। इसके अलावा राष्ट्रपति को कई भत्ते भी में होते हैं। उन्हें भी देखिए।


 नई दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति भवन भारत के राष्टपति का आधिकारिक निवास है जो 2 लाख वर्ग फुट में बना हुआ है और इसमें 340 कमरे हैं, जहां पर करीब 200 लोग काम करते हैं। आपको पता होना चाहिए कि राष्ट्रपति के निवास स्टाफ मेहमानों और खाने जैसी चीजों पर सालाना करीब 22.5 मिलियन रुपए खर्च होते हैं। इसके साथ ही भारत के राष्ट्रपति को जिंदगी भर के लिए इलाज की सुविधा फ्री मिलती है। वहीं अगर हम राष्ट्रपति के रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाओं की बात करें तो राष्ट्रपति को रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में डेढ़ लाख रुपए प्रतिमाह मिलता है। साथ ही स्टाफ पर खर्च करने के लिए ₹60,000 महीने अलग से दिया जाता है और जिंदगी भर के लिए एक दाय बेड बंगला मिलता है। साथ ही दो मुफ्त लैण्डलाइन और एक मोबाइल फोन के साथ और जिंदगी भर के लिए मुफ्त वाहन सुविधा मिलती है। वो भी दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी और दो सेक्रेटरी के साथ। 


अगर हम देश के प्रथम नागरिक की सुरक्षा की बात करें तो भारत के राष्ट्रपति का संबंध प्लाज्मा सिरीज बैन्स सिक्स और डब्ल्यू टी वन में एस सेक्सन रेड पुलमैन गाड़ियां हैं। राष्ट्रपति के पास आधिकारिक यात्राओं के लिए हथियारों से लैस लंबी गाड़ी लिमोजिन भी साथ होती है। साथ ही राष्ट्रपति के कारवां में 25 गाड़ियां होती हैं। राष्ट्रपति के पास 86 प्रेसिडेंशियल बॉडीगार्ड होते हैं। आपको क्या लगता है कि नेताओं को इतनी सैलरी के बाद मिलने वाले भत्ते और रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाएं सही हैं या नहीं। हमें कमेंट करके जरूर बताएं। पेड़े अगर आपको पसंद आया तो सलाइवा शेयर करें।

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