How To Pass NTPC Government Exam Real Method in Hindi Only Online Study Will Not Het a Government Job

 How To Pass NTPC Government Exam Real Method in Hindi Only Online Study Will Not Het a Government Job



 आखिरकार ये चक्कर क्यों आए। वैसे भी वो कैसा हुआ पेपर हार। इससे वो कैसा हुआ पेपर हार्ड। आखिरकार 124410 बच्चों को पेपर हार्ड ले आया, लेकिन सभी के सभी बच्चे हार पेपर क्यों बता रहे। आखिरकार ऐसा क्या है। आखिरकार ऐसा एग्जाम में आया क्या है जो भी कैंडिडेट पर नहीं आया है, जिसकी वजह से पेपर हार्ड लगा है। तो दोस्तों नमस्कार मैं श्याम चौधरी आप देख रहे हैं। इसका डिफॉल्ट आगे खासखबर में बात करने वाले हैं कि एंड टू का 9 मई और 10 मई को जो एग्जाम हुआ है, उस दौरान जो कैंडिडेट के द्वारा रिव्यू के माध्यम से जो बातें खुलकर सामने आई है वो सारी बातें मैं आपको इस खबर के माध्यम से बताने वाला हूं।

 दोस्तों आपको बताइए कि हमारे द्वारा जितने भी आनलाइन एग्जाम कंडक्ट कराए जाते हैं, दो या दो से अधिक दिनों में तो हम प्रत्येक एग्जाम का एग्जाम सेंटर के प्रत्येक सप्ताह इसे रिव्यू लेते हैं और रिव्यू के माध्यम से आपको एग्जाम के बारे में जानकारी देने की कोशिश करते हैं कि एग्जाम उनका लेवल कैसा रहा है कि जब मैं कैसे क्वेश्चंस पूछे जा रहे किस लेवल के क्वैश्चंस पूछे जा रहे सारी बातें हम डिबेट के माध्यम से आपको बताने की कोशिश करते हैं तो ठीक उसी प्रकार मैं जो हाल ही में परीक्षा हुई है। 


एनटीपीसी से जो होगी तो हमें इस बार भी एक एग्जाम सेंटर पर पहुंचे थे और 9 मई और 10 मई को एग्जाम कंडक्ट कराए गए तो हमने कैंडिडेट से बात की और कैंडिडेट से बात करते हैं तो वो तो आपको रिव्यू के माध्यम से एग्जाम के एक घंटे बाद ज्ञात हो जाता है, लेकिन खास कैमरा में हम कैंडिडेट से काफी सारी बातें  करते हैं तो जो कि आप नहीं देख पाते हैं, लेकिन हम एक ऐसी खबर बनाते हैं और संदर्भ विश्लेषण आपको देते हैं कि आपके कैंडिडेट हमें क्या बताते और कैमरा भी बहुत कुछ बता पाए लेकिन काफी ऐसी बातें होती हैं जो कि वो और कैमरा नहीं बताते लेकिन ऑफ कैमरा बताना पसंद करते हैं क्योंकि हम आप व्यक्तियों से कैसे बाजार में है, क्या हो रहा है सारी बातें हम अपने स्तर से जानने की कोशिश करते हैं तो दोस्तों कुछ कुछ ऐसे महत्वूर्ण बातें सामने आई है जिन्हें जानना प्रत्येक कैंडिडेट के लिए जरूरी है जो कि हम गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहे हैं और उनका सपना है कि उनके भी गवर्नमेंट जॉब जल्दी से जल्दी लगे तो दोस्तों आप पिछले तीन चार साल का बराबरी और गिरा होता है जो एक ट्रेंड चला है कि ज्यादातर जो भी कैंडिडेट है जो मंडे एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, वो इस समय सबसे ज्यादा डिपेंड है और लाइन बड़ी बात की अपनी जो तैयारी कर रहे हैं, वह ज्यादा ज्यादा पॉपुलर माध्यम से कर रहे हैं। चाहे आप यू ट्यूब के माध्यम से क्लास ले रहे हो या हॉलैण्ड काफी बैठो में हां काफी कोचिंग्स है जिन्होंने अपने ऐप लॉन्च कर रखे हैं।


करेंट अफेयर्स की बात करें तो वह करेंट तो सबके लिए सहमत चाहे वह ओला बादलों से अप्लाय हो, लेकिन और भी जो सबसे लेवल है वो किसी भी कैबिनेट में लेने गे से अच्छा है तो दोस्तो आप समझ सकते हैं कि सिर्फ आप और लाइन तैयारी करते हुए सलेक्शन लेना यह आपकी बहुत बड़ी भूल है जो वे सारा डेटा है जो सिलेबस है वो सारी बातें आपको किताबों के माध्यम से जानने होंगी जो भी नॉलेज है जो भी आंसर हैं जिनको जानना आपके लिए बेहद जरूरी है जो मेन मेन कोर्स है। कुछ क्वैश्चंस ऐसे होते हैं कि ज्यादातर एग्जाम्स में वही तो घुमा फिराकर पूछ ले जाते हैं तो उन्हें जानना आपके लिए विशेष जरूरी है और जो पिछले 345 सालों में आपको जो एक बुरी लत लग चुकी है कि आप सिर्फ मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से सिर्फ ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। ऑफलाइन पढ़ना आपने बिल्कुल बंद कर दिया है चाहे वो ऑफलाइन माध्यम कोचिंग्स हो या खुद से स्टडी हो। बुक्स के द्वारा ज्यादातर कैंडिडेट ने वो सारे बंद करवा दिए।


 सिर्फ और लाइन पेन कोर्स ले लेते हैं और ऑनलाइन टीचर जिनको मगर आप जो पढ़ाते हैं उनसे पढ़ के ही वो अपने एग्जाम की तैयारी करते हैं पर जब वो एग्जाम देने जाते हैं तो वहां पता चलता है कि जो उन्होंने पढ़ा था उसमें से कुछ  नहीं या कुछ नहीं आता। एक जब मैं तो वही सवाल एग्जाम तो कठिन लगेगा ही तो अभी भी आपके पास मौका है। अभी भी आप सुधर जाओ जो आपने लत लगा रखी है जो आप पर गंदी आदत आप मैं लग चुकी है कि सिर्फ आपको लेने पड़ते। लाइन बढ़ना है और लाइन पर आया तो लाइन से ही आपका सलेक्शन नहीं होगा। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि लाइन से कुछ भी नहीं होगा और लाइन से मदद मिलेगी। लेकिन आप अंदर बटन और लाइन पर भी निर्भर रहें तो ऐसे भी काम नहीं चलने वाला है, जो पहले कैश वैन थे जो गए आप एक फोर्थ क्लास की नौकरी या फोर्थ क्लास की पोस्ट से लेकर आईएएस में सब आईएएस पीसीएस लेवल का एग्जाम देखा जाए तो उन्होंने बुक्स के माध्यम से टैक्स लिया है तो क्या वो तब भी देरी नहीं करते थे। क्या वो नहीं करते थे? क्या उस समय भी पांच साल पहले अब पीछे हम चले तो क्या उस समय इतना क्रेज था जो आज पोलैण्ड का मैदान इस चीज को आप स्वीकार करेंगे।


 सलेक्शन हो भी लेने दे रहे हैं। वो भी आ रहे थे और इंडिया वन रेंक वन टीवी आ रही होगी। उसमें ऐसी बात नहीं है कि कॉम्पटीशन ज्यादा समय नहीं था। उस समय कैंडिडेट से बात करें जिन्होंने सलेक्ट समय रखा है या बरोनी के भी आपके भाई बहन होंगे जो गवर्नमेंट जो अच्छी पोस्ट पर कार्यरत है। उनसे पूछे कि उनके समय में कितना कॉमेडी जनता जितना कॉम्पटीशन आज है अपना ओपरेशन उस समय भी था और आगे भी रहेगा। कॉम्पटीशन में कोई भी गिरावट नहीं आने वाली है। यह चीज का विषय है तो अभी भी आपके पास मौका है  । अभी आगे और भी काफी एग्जाम आने वाले हैं। खासकर रेलवे की बात की जाए तो अभी रेलवे के टेंडर भी इसी तरह लेवल के एग्जाम होने हैं। वो भी होंगे कुछ ही दिनों में उनकी तारीख में होने वाली है। ग्रुप देगा आपको बताइए कि जुलाई मंथ में होगा और भी ऐसे एग्जाम कराते हो लेकिन उसमें भी हमने अभी हंड्रेड से को देखा है कि कैसे एग्जाम आया भैया हार कैसे एग्जाम आया है बिहार हार बता बिहार वो इसलिए बताते हैं कि वो जो पढते हैं, सूबे के ज्यादा ज्यादा कैंडिडेट अपनी तैयारी करके ही एग्जाम में जाते हैं।


 बिना तैयारी के कोई भी नहीं जाता, लेकिन जब किसी पर एग्जाम में नहीं आता किसी को संग्राम सर नहीं आता तो नहीं तो वो लगेगा तो क्यों रहेगा। मैं यह नहीं कहता कि आप एग्जाम में पढ के नहीं या पेपर के मोस्टली सभी स्टूडेंट जाते हैं। सभी स्टूडेंट तैयारी करते हैं। तैयारी करने के लिए अपने गांव में आप जो ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, वो लोग बड़े दूर जाते हैं। फ्रेंड मैं रूम लेते हैं। वहां रहकर बड़े एडजस्ट करते हैं। बड़ी परेशानी आती है जैसा बाढ़ में वो महीने खर्च करते हैं। प्यारे मल्लाह के घर पे लेकिन उसके बावजूद भी एग्जाम में कुछ नहीं आता है। ये जब उनका आंसर आता है तो हमें भी बड़ा दुख होता है क्योंकि हमने काफी कैंडिडेट को बारीकी से देखते हैं कि बेचारे कितनी मुसीबतों का सामना करते हुए जब सेंट्रल बॉक्स से एक दो रेलवे की बात किया तो रेलवे नेटवर्क वैसे ही काफी दूर एग्जाम सेंटर बनाए हैं। जैसे 233 दिन पहले एग्जाम सेंटर पर बच्चे समय से पहुंचे तो अपने घर से निकले हैं।


 सफर  के दौरान वैसे ही वो नींद नहीं ले पाते सो नहीं पाते हैं। भाई घर जैसा सोना खाना बिना रहना तो बाहर मिलेगा नहीं तो एक दो वैसे उन्हें तत्काल ऐसे वैसे बड़े समय पर उसके बाद भी एग्जाम हॉल में जाते हैं। कंप्यूटर के एग्जाम को चलाते हैं तो उन्हें देकर और उनका दिमाग खराब हो जाता है, क्योंकि आंसर आता नहीं है तो एकदम कटा लगता है।


 आप ऑनलाइन स्टडी पर निर्भर मत रहिए। अगर आपको सलेक्ट लेना है तो बुक्स पढ़ने की आदत डालिए और ज्यादा से ज्यादा और ऑनलाइन क्लास अटेंड करिए। अगर आप सेल्फ स्टडी करते हैं तो ज्यादा से ज्यादा किताबों के माध्यम से पढ़ने के लिए अपने आप में ज्यादा से ज्यादा किताबों में पढने की लत डालिए और ले लेना ठीक है, लेकिन ऑनलाइन से ही काम नहीं चलेगा तो इस चीज का फिर से दावा अगर समय रहते हुए अगर आपने अपने आप में परिवर्तन कर लिया। चेंज कर ले तो आपके लिए फायदा रहेगा।

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