Britain Prime Minister Election Rishi Sunak: ऋषि सुनक बने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, हमें 200 साल गुलाम रखने वाले UK को अब एक भारतवंशी चलाएगा
Britain Prime Minister Election Rishi Sunak: ऋषि सुनक बने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, हमें 200 साल गुलाम रखने वाले UK को अब एक भारतवंशी चलाएगा
इस दिवाली के मौके पर हिंदुस्तान के लिए एक और बड़ी खुशी की बात सामने आई है। दरअसल ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बनने जा रहे 28 अक्टूबर को वे शपथ लेंगे और सुनक को 200 सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उनके विपक्ष में बैठने के लिए सिर्फ 26 सांसद ही सपोर्ट में रहे। दरअसल, दोस्तों रीटा सुनक के ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने की बातें भारत के लिए बड़ी अच्छी खुशखबरी और बड़े अच्छे गौरव की बात इसलिए है क्योंकि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं।
ये हिंदुस्तानी हैं जी हां और अब ये ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। यानी आप देखिए वक्त बदल गया। हम सैकड़ों सालों तक अंग्रेजों के गुलाम रहे। कई शताब्दियों तक हमने ब्रिटिश की गुलामी सही। या यूं कहें तो ब्रिटिस अंग्रेजों ने हमपर राज किया, लेकिन अब भारतीय अंग्रेजों पर राज करेगा। ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के रूप में भारतीय मूल के ऋषि सुनक चुने गए। सोमवार को कंजरवेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना। उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मार डोनाल्ड ने अपना नाम वापस ले लिया। जैन के विरोध में थे। विपक्ष में ठिकाने मिलिबैंड कॉम्पिटीटर थी। उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया और इससे पहले जो ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री देना बोरिस जॉनसन। उन्होंने भी अपना नाम वापस विड्रोल कर लिया। तो इस तरह से ऑटोमेटिकली सुनक रिसी सुनक जाना वो ब्रिटेन के पीएम के रूप में सेलेक्ट हो गए और वे सभी सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। जबकि इनके विपक्ष में जो पेनी मार्गोट थीं, उनके पास सिर्फ 26 सांसद ही सपोर्ट में रहे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किंग चार्ल्स आज रात सेंद्री ग्राम से लंदन लौट रहे हैं और लीड एक्ट्रेस आज रात ही उन्हें इस्तीफा सौंपेगी। इसके कुछ ही देर बाद किंग चार्ल्स सुनक को पीएम का परमिट लेटर सौंपेंगे और 28 अक्टूबर को रीति सुनक। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में पद की शपथ लेंगे और इससे हमारे हिंदुस्तान के और ब्रिटेन के रिश्ते और अच्छे मजबूत होंगे। दोनों देशों के बीच ट्रेडिंग इकोनॉमी व्यापार कई चीजों में अच्छे समझौते देखने को मिलेंगे क्योंकि जाहिर सी बात है। दोस्तो, खून तो भारतीय इकाई है ना तो ये एक बड़ी खुशी की बात है। लेकिन दोस्तों देखिए आखिर कैसे एक भारतीय नागरिक ब्रिटेन में जाता है और वहां पर चुनाव लड़ते लड़ते लड़ते पीएम के पद पर पहुंच जाता है। आखिर कैसे कोई दूसरे देश का नागरिक किसी दूसरे देश में जाकर सत्ता संभालने लगता है। सबसे बड़े पद पर जाकर वो भी कैसे रहें। इनकी जर्नी बड़ी इंटरेस्टिंग स्टोरी है। मैं आपको बताता हूं। दरअसल एबीसी सेना की जीत का एक बड़ा कारण था।
उनकी बंकर की छवि। देखिए मैं आपको चार कारण बताता हूं, जिसकी वजह से पीएम पद के लिए रूसी सेना को पहली पसंद में चुना गया। पहला कारण तो ये रहा कि कोरोना काल के दौरान देश को आर्थिक मंदी से सफलतापूर्वक उबारा। इन्होने सभी वर्गों को खुश किया। एक अच्छे बंकर, अच्छी इकोनोमी, अच्छे फायनेंस मैनेजमेंट के रूप में ब्रिटेन में साबित हो चुके हैं। इनकी छवि अच्छी बन चुकी है। साल दो हज़ार 20 में होटल इंडस्ट्री को आउट टू हैल शूट स्कीम से सवा 15,000 करोड़ रुपये की मदद दी थी। इन्होने देश के लाखों कर्मचारियों और स्वरोजगार वाले लोगों को अगस्त 2 हज़ार 21 में दो ₹2 लाख की सहायता राशि भी दी। ब्रिटेन में कोरोना की वर्तमान लहर के दौरान समूची टूरिज्म इंडस्ट्री को 10,000 करोड़ का राहत पैकेज भी दिया। जब ये मतलब सरकार में सत्ता में पीएम से पहले देना। तभी इन्होने अच्छे अच्छे काम किये। ब्रिटेन के लिए और इसीलिए ब्रिटेन में पीएम पद के लिये इनको चुना गया। दरअसल इसी सुनक ने प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पार्टी सांसदों से प्राइवेट मीटिंग की। इसमें मीडिया की एंट्री नहीं थी।
द गार्जियन के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने कहा कि अब हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा। संसद आते और जाते वक्त मीडिया ने सुनक से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। आपको बता दूं रूसी सैनिकों ने तो दरअसल हमारी एक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस इन्फोसिस का नाम आपने सुना होगा। उसके जो को फाउंडर एन नारायणमूर्ति उनके दामाद आईए यानी उनकी बेटी के पति ऋषि सोने के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए। उनका जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। हरीश ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। हालांकि दोस्तों ये तो पैदाइशी ब्रिटेन में रह रहे हैं, लेकिन इनके माता पिता पहले हमारे हिंदुस्तान में भारत में रहते थे। पंजाब में। लेकिन वो वहां विदेश जाकर बस गए। ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति है। दोनों की दो बेटियां जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं।
इनकी शादी साल दो हज़ार 9 में हुई थी और ऋषि की पत्नी भी भारतीय हैं। जुनैद ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। तो आखिरकार रूसी सेना के पीएम पद के लिए फाइनल नाम लिस्ट होने के बाद ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने सुनक को बधाई देते हुए कहा कि मैंने 10 साल पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि एक दिन भारतीय मूल का कोई व्यक्ति ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा। और आज मेरी भविष्यवाणी सच साबित हुई है। आखिरकार ऋषि सुनक ने हमारे भारत के अपमान का बदला ले लिया। अगर भारत को आजाद किया गया तो सत्ता गुण्डों और मुफ्तखोरों के हाथ में चली जाएगी। सभी भारतीय नेता बहुत ही कमजोर भूसे के पुतलों जैसे होंगे। बुरा मत मानिएगा। ये शब्द कभी ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने भारत की आजादी के विरोध में गए थे। मतलब जब हमारे भारत ने अंग्रेजों का रास्ता। जब भारत गुलाम था अंग्रेजों के अधीन था ना तब वह भारत की आजादी के लिए ब्रिटिश के प्रधानमंत्री ने ये शब्द कहे थे कि भारत के लोगों को तो राजगढ़ ही नहीं आता। नेता बहुत कमजोर हैं। सत्ता गुण्डों के हाथ में चली जाएगी। पर आज उसी ब्रिटेन के लोगों पर आज कोई भारतीय मूल का व्यक्ति हिंदुस्तान के खून का व्यक्ति प्रधानमंत्री बन रहा है। आज उसी विंस्टन चर्चिल के यूनाईटेड किंगडम का प्रधानमंत्री एक भारतीय मूल का व्यक्ति बन रहा है। मतलब कितनी बड़ी समय चक्कर की बात दें कि आप एक वक्त था जब अंग्रेज हम पर राज करते थे।
आज वक्त बदल गया। आज हम अंग्रेजों पर राज करते। खैर, दोस्तों से सोने की पूरी बायोग्राफी पूरी कहानी। अगर आप जानना चाहते तो मुझे कमेंट करके बताइएगा में इनकी पूरी स्टोरी आप तक पहुंचाऊंगा। इसी सोने के प्रधानमंत्री बनने पर हमारे देश के पीएम मोदी ने भी बधाई दी और कहा कि अब हम मिलकर काम करेंगे। हमें कितने अच्छे कैप्शन और कितनी अच्छी लाइन लगी। इस लाइन को समझिए जरा कि अब हम मिलकर काम करेंगे। मुताबिक स्ट्रैटेजिक इमोशन जो ट्रांसफर किए इन्होनें वाकई में अमेजिंग है। उन्होंने कहा कि हम साल दो हज़ार 30 के रोड मैप पर मिलकर काम करेंगे और अब तो ब्रिटेन। यूं समझिए मतलब क्या है? बोले भारतीय रेल बेड़े में सबसे ऊपर के पोस्ट पर क्वेरी करनी है।
28 अक्टूबर को इनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। हमारी सभा की तरफ से भी वीसी जिनको मैंने मेरी अंग्रेजी, लेकिन ढेर सारी बधाईयां और इनके उज्जवल भविष्य के लिए हम इश्वर से प्रार्थना करते। आज दिवाली के मौके पर हिन्दुस्तानियों के लिए आरएसएस की तरफ से सबसे अच्छा गिफ्ट दिया गया। ईश्वर इनको लंबी उम्र और बड़ी कामयाबी ने हम सबकी यही प्रार्थना खैर इससे बड़ी कामयाबी तो और क्या है। मां लक्ष्मी ने बोला बोलेगी फिर तो और क्या चाहिए? मनाली जुड़े बोलाई के नाम शेयर भी करना।

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